by Ashok Arora on Saturday, August 27, 2011 at 3:47pm
रात भर आपकी चाहत सताती रही
दिल को एक उम्मीद बहलाती रही
मेरे दिल से निकलती हर सदा
आपको रात भर बुलाती रही
मेरे तस्सवुर में रात भर
आपकी तस्वीर आती रही
मैं सुनता रहा आप गाती रहीं
आपकी खुशबु फिज़ा को
महकाती रही
चाँद की चांदनी दिल मेरा
रात भर दुखाती रही
और आपकी याद रात भर
मुझे रुलाती रही ...रुलाती रही
दिल दुखाती रही ....दिल दुखाती रही...
.......अशोक अरोरा.......
दिल को एक उम्मीद बहलाती रही
मेरे दिल से निकलती हर सदा
आपको रात भर बुलाती रही
मेरे तस्सवुर में रात भर

मैं सुनता रहा आप गाती रहीं
आपकी खुशबु फिज़ा को
महकाती रही
चाँद की चांदनी दिल मेरा
रात भर दुखाती रही
और आपकी याद रात भर
मुझे रुलाती रही ...रुलाती रही
दिल दुखाती रही ....दिल दुखाती रही...
.......अशोक अरोरा.......
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